खुदरा महंगाई दर में उल्लेखनीय गिरावट के बाद बुधवार (14 मई) को भारतीय शेयर बाजार ने सकारात्मक रुख के साथ शुरुआत की। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी दोनों हरे निशान में खुले, जिससे निवेशकों में उत्साह देखा गया। कारोबार की शुरुआत में चौतरफा खरीदारी का माहौल बना रहा।
बाजार खुलने के कुछ ही समय बाद सुबह 9:43 बजे सेंसेक्स 467 अंक (0.58%) की तेजी के साथ 81,615 पर पहुंच गया, जबकि निफ्टी 158 अंक (0.64%) की बढ़त के साथ 24,736 पर कारोबार कर रहा था। इस तेजी का मुख्य कारण अप्रैल महीने की खुदरा महंगाई दर में आई गिरावट है, जो अब 3.16 प्रतिशत पर आ गई है — यह जुलाई 2019 के बाद का सबसे न्यूनतम स्तर है। मार्च में यह दर 3.34 प्रतिशत थी।
बाजार में केवल लार्जकैप ही नहीं, बल्कि मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी अच्छी खरीदारी देखी गई। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 510 अंक (0.92%) चढ़कर 56,030 पर और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 132 अंक (0.78%) की तेजी के साथ 17,035 पर पहुंच गया।
सेक्टर स्तर पर बात करें तो ऑटो, पीएसयू बैंक, एफएमसीजी, मेटल, एनर्जी और पीएसई जैसे क्षेत्रों में सबसे अधिक बढ़त देखी गई। सेंसेक्स में शामिल शेयरों में टाटा स्टील, भारती एयरटेल, टेक महिंद्रा, इंफोसिस, एचसीएल टेक, बजाज फिनसर्व, एलएंडटी, एसबीआई और एनटीपीसी जैसे स्टॉक्स टॉप गेनर्स में रहे। वहीं, टाटा मोटर्स, एशियन पेंट्स, इंडसइंड बैंक, नेस्ले और कोटक महिंद्रा बैंक कुछ नुकसान झेलने वाले शेयरों में रहे।
चॉइस ब्रोकिंग के डेरिवेटिव्स एनालिस्ट हार्दिक मटालिया ने बाजार की दिशा पर टिप्पणी करते हुए कहा, “सकारात्मक शुरुआत के बाद निफ्टी के लिए 24,500, 24,400 और 24,300 एक अहम सपोर्ट है। 24,700 रुकावट का स्तर है। अगर यह टूटता है तो 24,800 और 24,850 रुकावट के स्तर होंगे।”
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के प्राइम रिसर्च प्रमुख देवर्ष वकील ने खुदरा महंगाई में आई गिरावट को बाजार के लिए उत्साहजनक बताया। उन्होंने कहा, “भारत की खुदरा महंगाई दर सालाना आधार पर कम होकर 3.16 प्रतिशत हो गई है, जो जुलाई 2019 के बाद सबसे कम है। इसके साथ ही कच्चे तेल की कीमतों में तेज कमी देखी गई है। इस कारण हम उम्मीद करते हैं कि आरबीआई ब्याज दरों में आक्रामक रूप से कटौती करेगा।”
वैश्विक बाजारों से भी मिले-जुले संकेत मिले। हांगकांग, शंघाई, सोल और जकार्ता के बाजार हरे निशान में रहे, जबकि जापान और बैंकॉक के बाजारों में गिरावट दर्ज की गई। अमेरिका के डाओ जोन्स मंगलवार को लाल निशान में बंद हुआ जबकि नैस्डैक बढ़त के साथ बंद हुआ।
एफआईआई ने 13 मई को जहां 476 करोड़ रुपए की इक्विटी बेच डाली, वहीं घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने तीसरे दिन लगातार खरीदारी जारी रखी और 4,273 करोड़ रुपए की इक्विटी में निवेश किया।
बाजार में फिलहाल सकारात्मक रुझान बना हुआ है और निवेशकों की नजरें अब आने वाले आर्थिक संकेतकों और आरबीआई की अगली मौद्रिक नीति पर टिकी हैं।
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