राजस्थान और महाराष्ट्र में सुरक्षा एजेंसियों ने अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। अजमेर में जिला पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने 76 वर्षीय हुसैन सरदार उर्फ हुसैन अली को गिरफ्तार किया है, जबकि नवी मुंबई के पनवेल क्षेत्र में पांच बांग्लादेशी फर्जी भारतीय दस्तावेजों के साथ पकडे गए है।
राजस्थान पुलिस मुख्यालय, जयपुर के निर्देश पर चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत अजमेर में अब तक कुल 26 अवैध बांग्लादेशी नागरिकों की पहचान की जा चुकी है। हालिया कार्रवाई में गिरफ्तार हुसैन सरदार ने पूछताछ में स्वीकार किया कि वह बांग्लादेश के सतखीरा जिले का निवासी है और भोमरा बॉर्डर पार कर भारत में अवैध रूप से प्रवेश किया। वह सियालदह होते हुए दिल्ली और फिर अजमेर पहुंचा, जहां दरगाह क्षेत्र में खानाबदोश के रूप में रह रहा था।
एसपी वंदिता राणा के निर्देशन और एडिशनल एसपी सिटी हिमांशु जांगिड़ की निगरानी में चल रहे अभियान के तहत दरगाह सीओ लक्ष्मण राम की टीम ने जालियान कब्रिस्तान, नई सड़क और तारागढ़ की पहाड़ियों सहित संवेदनशील इलाकों में तलाशी अभियान चलाया। हुसैन अली को गिरफ्तार कर आगे की जांच की जा रही है।
इधर, महाराष्ट्र में नवी मुंबई पुलिस ने करंजाडे इलाके में छापेमारी कर पांच बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है। जांच में सामने आया कि आरोपियों ने फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी और पासपोर्ट तक बनवा लिए थे। “इनमें से तीन आरोपी वीजा समाप्त होने के बावजूद देश में रुके थे, जबकि दो ने अवैध रूप से सीमा पार की थी।”
पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि इन आरोपियों को फर्जी दस्तावेज दिलाने में किन स्थानीय व्यक्तियों या एजेंसियों की भूमिका रही है। अधिकारियों का कहना है कि भविष्य में भी ऐसी कार्रवाइयां जारी रहेंगी। अवैध रूप से देश में रह रहे किसी भी विदेशी नागरिक को बख्शा नहीं जाएगा। राज्य और केंद्र सरकारें अवैध घुसपैठ को रोकने के लिए निगरानी और सत्यापन प्रणाली को और अधिक सख्त करने की दिशा में काम कर रही हैं।
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