जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद जब भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है, तब राजस्थान के जैसलमेर से एक चौंकाने वाली गिरफ्तारी सामने आई है। राजस्थान इंटेलिजेंस यूनिट ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के लिए जासूसी कर रहे 40 वर्षीय पठान खान को मोहनगढ़ इलाके से गिरफ्तार किया है। वह भारतीय सेना से जुड़ी संवेदनशील जानकारियां, फोटो और वीडियो पाकिस्तान को भेज रहा था।
पठान खान पर आरोप है कि वह 2013 में पाकिस्तान गया था, जहां उसे ISI अधिकारियों से संपर्क में लाकर जासूसी का प्रशिक्षण दिया गया। उसके बाद वह लगातार पाकिस्तान जाकर अपने हैंडलर्स से मिलता रहा और जैसलमेर अंतरराष्ट्रीय सीमा से जुड़े अहम सैन्य डेटा उन्हें देता रहा। बताया जा रहा है कि उसे पैसों का लालच देकर तैयार किया गया था और लंबे समय से वह दुश्मन देश की खुफिया एजेंसी के लिए काम कर रहा था।
गिरफ्तारी के बाद खुलासा हुआ कि पठान खान सेना की गतिविधियों, पोस्टिंग, और सीमा क्षेत्र में तैनात इकाइयों से जुड़ी संवेदनशील जानकारियां जुटाकर पाकिस्तान भेजता था। उसके कब्जे से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और डिजिटल सामग्री भी बरामद की गई है। इस सूचना के बाद भारत की खुफिया एजेंसियां और सतर्क हो गई हैं।
पहलगाम हमले के बाद से ही भारत-पाक सीमा पर हाई अलर्ट जारी है। बीएसएफ और सेना की निगरानी बढ़ा दी गई है। इसी सख्ती के चलते पठान खान की गतिविधियों पर नज़र रखी गई और उसे रंगे हाथों दबोचा गया। इस गिरफ्तारी को सुरक्षा एजेंसियों की बड़ी कामयाबी माना जा रहा है।
इस घटना ने यह एक बार फिर उजागर कर दिया है कि पाकिस्तान की ISI भारत में अपने एजेंटों के ज़रिए सैन्य और सुरक्षा तंत्र को नुकसान पहुंचाने की साजिशें लगातार रचती रहती है। लेकिन देश की खुफिया एजेंसियां इस चुनौती के सामने चौकन्नी हैं और हर मोर्चे पर दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार हैं।
यह भी पढ़ें:
बांग्लादेश के पूर्व सैन्य अधिकारी का, भारत के खिलाफ युद्धोन्मादी बयान
केरल क्रिकेट संघ से श्रीसंथ तीन साल के लिए निलंबित
IPL 2025: प्लेऑफ से बाहर होने के बाद रियान पराग ने गिनाई ‘छोटी-छोटी गलतियों’ की बड़ी कीमत