इस गौरवशाली अवसर पर कैडेट्स के गर्वित माता-पिता, सम्मानित प्रशिक्षक और विशिष्ट अतिथिगण भी मौजूद थे। ये सभी कैडेट्स सैन्य अधिकारियों के रूप में सेना को भविष्य में नेतृत्व प्रदान करेंगे।
उल्लेखनीय है कि जेएनयू की डिग्री एनडीए और भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) के कैडेटों को दी जाती है। एनडीए और आईएमए में प्रशिक्षण पूरा करने के बाद, कैडेटों को डिग्री प्रदान की जाती है। इसका अर्थ है कि शिक्षा और डिग्री जेएनयू द्वारा मान्यता प्राप्त हैं। आर्मी कैडेट कॉलेज भारतीय सेना का एक प्रमुख प्रशिक्षण संस्थान है, जो कैडेट्स को भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) में प्रशिक्षित अधिकारी बनने के लिए तैयार करता है।
तीन वर्षों के इस गहन प्रशिक्षण में शैक्षणिक, मानसिक, शारीरिक और सैन्य शिक्षा का समन्वय होता है। जुलाई 2025 में ये सभी कैडेट्स एक वर्षीय प्रारंभिक कमीशन प्रशिक्षण हेतु आईएमए में शामिल होंगे।
इस पाठ्यक्रम के पुरस्कार विजेता कैडेट्स में चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ गोल्ड मेडल विंग कैडेट कप्तान प्रवीण कुमार को मिला। चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ सिल्वर मेडल के लिए प्लाटून कैडेट कप्तान अमित कुंतल को चुना गया।
समापन पर लेफ्टिनेंट जनरल नागेंद्र सिंह ने ब्रिगेडियर पीयूष खुराना, कमांडर, एसीसी विंग और उनकी समर्पित टीम को कैडेट्स के संपूर्ण विकास हेतु उत्कृष्ट योगदान के लिए सराहना की। रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, यह समारोह कैडेट्स की तीन वर्षों की परिवर्तनकारी यात्रा का प्रतीक रहा, जिसमें अभिभावकों का गर्व, प्रशिक्षकों की संतुष्टि और सेवा भावना का सजीव रूप देखने को मिला।
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