लंदन में एक बार फिर ग्रूमिंग गैंग का मुद्दा उठ खड़ा हुआ है, जिसने ब्रिटेन की राजधानी की राजनीति और पुलिस प्रशासन दोनों को हिला दिया है। मेट्रोपॉलिटन पुलिस (Met Police) ने हाल ही में 9000 से अधिक बाल यौन शोषण मामलों की समीक्षा शुरू की है, जिसके बाद अब लंदन के मेयर सादिक खान पर इन गिरोहों के अस्तित्व को वर्षों तक छिपाने और कम करके दिखाने के गंभीर आरोप लग रहे हैं।
कंज़र्वेटिव नेता सुज़ैन हॉल ने सादिक खान पर तीखा हमला बोलते हुए कहा, “हर बार जब मैंने पूछा, तो मुझे वही बेवकूफ़ाना जवाब मिला ‘हमारे यहाँ कोई ग्रूमिंग गैंग नहीं हैं, ये तो काउंटी लाइन्स हैं।’ लेकिन सच ये है कि ये समस्या सालों से मौजूद है, और इसे जानबूझकर दबाया गया है।”
🚨 NEVER FORGET WHEN THE MAYOR OF LONDON, SADIQ KHAN, COMPLETELY REFUSED TO ANSWER QUESTIONS ABOUT THE GROOMING GANGS IN LONDON 😲
KHAN MUST RESIGN 🚫 pic.twitter.com/66wvRsCkWF
— BRITAIN IS BROKEN 🇬🇧 (@BROKENBRITAIN0) September 19, 2025
मेयर खान बार-बार यह कहते रहे कि लंदन में अन्य इलाकों की तरह संगठित बलात्कार गिरोह नहीं हैं, बल्कि युवा अपराध मुख्यतः “काउंटी सीमाओं” से जुड़े हैं। लेकिन अब उनके इस बयान पर सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि पुलिस ने कई सक्रिय नेटवर्क और ऐतिहासिक मामलों की जांच शुरू की है।
Why don’t those in power admit that we have real problems with ‘grooming gangs’? Sadiq Khan pretended he didn’t know what I was talking about when I questioned him about them being in London. Shocking! pic.twitter.com/ktg4v9PbaU
— Susan Hall AM (@Councillorsuzie) October 20, 2025
सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी जॉन वेजर ने दावा किया कि उन्होंने टोटेनहैम में नाबालिग लड़कियों कोयौन शोषण के लिए तैयार करते हुए गिरोहों को काम करते देखा है। उनके अनुसार, “मैंने 12 साल की सोमालियाई लड़की और 15-16 साल की अंग्रेज़ लड़कियों को एक साथ ‘काम’ करते पाया। यह सब मेट पुलिस की नाक के नीचे हो रहा था।” वेजर ने आरोप लगाया कि उन्हें 2006 में ऐसे 50 मामलों की जांच बंद करने का आदेश दिया गया था।उन्होंने कहा, “मेयर खान शब्दों के अर्थ पर बहस कर रहे हैं, जबकि बच्चों की ज़िंदगियां खतरे में हैं।”
फरवरी में मेट कमिश्नर सर मार्क राउली ने इस समस्या को मानने से इनकार किया था, लेकिन बाद में उन्होंने स्वीकार किया कि पुलिस अब एक से अधिक अपराधियों से जुड़े मामलों की निगरानी कर रही है। राउली ने एक खुला पत्र लिखकर बताया कि पुलिस 716 बाल यौन शोषण और 654 बाल आपराधिक शोषण मामलों की जांच कर रही है, जिनमें कई लंदन के पूर्वी इलाकों से जुड़े हैं।
मैनचेस्टर की पूर्व पुलिस अधिकारी रोशडेल ग्रूमिंग गैंग का पर्दाफ़ाश करने वाली मैगी ओलिवर ने कहा, “मेट्रोपॉलिटन पुलिस इस कवर-अप का आखिरी गढ़ है। सब जानते हैं कि ये नेटवर्क मौजूद हैं, फिर भी सच्चाई दबाई जा रही है।” लेखक क्रिस वाइल्ड ने द टाइम्स से कहा कि “यह रॉदरहैम से भी बुरा है। मैंने एनफील्ड और टॉटेनहैम के होम्स में देखा कि हर हफ्ते 50-75% बच्चे वेश्यावृत्ति में खो जाते थे।”
कंज़र्वेटिव सांसद क्रिस फिलिप ने आरोप लगाया, “यह शर्मनाक है कि लंदन के मेयर यह दिखावा कर रहे हैं कि उन्हें कुछ नहीं पता। यह साफ़ है कि वे इस मामले को दबाने में मदद कर रहे हैं।” रिफॉर्म यूके के सांसद ली एंडरसन ने भी कहा, “सादिक खान का इनकार, पीड़ितों के प्रति अन्याय है।” एक पीड़िता ने पूछा, “एक मेयर जो खुद को महिलाओं के अधिकारों का पैरोकार बताता है, वह पीड़ित महिलाओं की आवाज़ क्यों दबा रहा है?”
ब्रिटेन दशकों से पाकिस्तानी मूल के मुस्लिम पुरुषों द्वारा संचालित ग्रूमिंग गिरोहों की समस्या से जूझ रहा है। 1990 के दशक से लेकर अब तक रॉदरहैम, रोशडेल, टेलफोर्ड, ब्रिस्टल जैसे इलाकों में सैकड़ों नाबालिग लड़कियों के साथ बलात्कार, जबरन वेश्यावृत्ति और यातना के मामले दर्ज हुए। एक सरकारी ऑडिट के अनुसार, रॉदरहैम में बाल यौन शोषण की 64% घटनाएं पाकिस्तानी पुरुषों द्वारा की गई थीं।
सांसद रूपर्ट लोवे के मुताबिक, ऐसे गिरोह 85 से अधिक ब्रिटिश शहरों में सक्रिय हैं और अब लंदन भी उसी संकट के केंद्र में आता दिख रहा है। मेट पुलिस की ताज़ा जांच के बाद अब सवाल यह है कि क्या मेयर खान ने जानबूझकर इन नेटवर्क्स के खिलाफ कार्रवाई रोकी?
लंदन के नागरिकों और पीड़ितों के परिवारों का मानना है कि सच्चाई दबाने की यह प्रवृत्ति अब रुकनी चाहिए। “यह बच्चों की सुरक्षा का मामला है, राजनीति का नहीं,” एक पीड़िता के परिवारजन ने कहा।
यह भी पढ़ें:
मलेशिया में एस जयशंकर ने न्यूजीलैंड पीएम से की मुलाकात!
भाजपा की सबसे बड़ी ताकत उसका जमीनी कार्यकर्ता: धर्मपाल सिंह!
शिवराज सिंह चौहान ने कृषि संस्थानों में रिक्त पद भरने के निर्देश दिए!



