इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को भ्रष्टाचार के एक गंभीर मामले में बड़ी राहत मिली है। यरुशलम की जिला अदालत ने रविवार(29जून) को उनकी गवाही की सुनवाई को दो हफ्तों के लिए स्थगित कर दिया। यह फैसला ऐसे समय पर आया है जब पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सार्वजनिक रूप से इस मुकदमे को राजनीतिक षड्यंत्र बताया और अदालत की कार्रवाई की कड़ी आलोचना की।
नेतन्याहू पर पिछले चार वर्षों से तीन अलग-अलग मामलों में रिश्वतखोरी, धोखाधड़ी और विश्वासघात के आरोप चल रहे हैं। हाल ही में अदालत ने उनकी बार-बार सुनवाई टालने की मांग को खारिज कर दिया था। लेकिन रविवार को अदालत ने नया आदेश जारी करते हुए नेतन्याहू को आगामी दो सप्ताह तक गवाही देने से छूट दे दी। अदालत ने इसके पीछे राजनयिक जिम्मेदारियां और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी चिंताओं को कारण बताया।
इससे कुछ घंटे पहले ही डोनाल्ड ट्रंप ने Truth Social पर पोस्ट करते हुए नेतन्याहू के खिलाफ चल रहे मामलों की आलोचना की थी। ट्रंप ने लिखा, “इजरायल में जो कुछ नेतन्याहू के साथ किया जा रहा है, वह शर्मनाक है। वह एक युद्ध नायक हैं और उन्होंने ईरान के परमाणु खतरे के खिलाफ अमेरिका के साथ मिलकर बहादुरी से काम किया है।”
ट्रंप ने यह भी चेतावनी दी कि अमेरिका इजरायल की रक्षा और सहयोग के लिए हर साल अरबों डॉलर खर्च करता है, जो किसी अन्य देश की तुलना में कहीं अधिक है। उन्होंने कहा, “हम इसे और बर्दाश्त नहीं करेंगे। नेतन्याहू को इस तरह व्यस्त रखने से गाजा संघर्ष विराम और बंधकों की रिहाई जैसे अहम प्रयासों में बाधा आ रही है।” नेतन्याहू ने ट्रंप की इस सार्वजनिक समर्थन के लिए धन्यवाद जताया और जवाब में कहा, “एक बार फिर धन्यवाद, डोनाल्ड ट्रंप। हम सब मिलकर मिडिल ईस्ट को फिर से महान बनाएंगे।”
यह घटनाक्रम इजरायल की राजनीति में एक नया मोड़ ला सकता है, जहां पहले से ही गाजा युद्ध, घरेलू विरोध प्रदर्शन और न्यायिक सुधारों को लेकर सरकार चौतरफा दबाव में है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या अदालत का यह फैसला केवल अस्थायी राहत है या नेतन्याहू के खिलाफ चल रहे मामलों में कोई स्थायी मोड़ आएगा।
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