जम्मू-कश्मीर सरकार ने पहलगाम के बायसरान में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद घाटी के 48 पर्यटन स्थलों को तत्काल प्रभाव से बंद करने का फैसला किया है। इस नृशंस हमले में 25 पर्यटकों की जान चली गई, जिनमें एक नेपाली नागरिक और एक स्थानीय निवासी भी शामिल थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, हमलावरों ने हिंदू पुरुषों को निशाना बनाकर गोलियां चलाईं, जिससे पूरे देश में गुस्से की लहर दौड़ गई है।
हमले के बाद घाटी में पर्यटन गतिविधियां बुरी तरह प्रभावित हुई हैं और श्रीनगर एयरपोर्ट पर पर्यटकों की आमद में भारी गिरावट देखी जा रही है। सरकार द्वारा जिन स्थलों को बंद किया गया है, उनमें यूसमर्ग, डूधपथरी, आहरबल, वेरिनाग गार्डन, बाबा रेशी, दाचीगाम ट्राउट फार्म से आगे का इलाका और महादेव हिल्स जैसे लोकप्रिय स्थान भी शामिल हैं। अधिकारियों ने बताया है कि यह बंदी अस्थायी है, लेकिन सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए उठाया गया कदम है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा है कि आतंकवादियों और उनके मददगारों को ऐसी सज़ा दी जाएगी जिसकी वे कल्पना भी नहीं कर सकते। वहीं, सुरक्षाबलों ने जवाबी कार्रवाई करते हुए हमले में शामिल बताए जा रहे दो आतंकियों आदिल हुसैन ठोकर और आसिफ शेख समेत 10 सक्रिय आतंकियों के घर ढहा दिए हैं।
इस वीभत्स हमले की जम्मू-कश्मीर विधानसभा ने भी सर्वसम्मति से निंदा की और एक प्रस्ताव पास कर इसे ‘कश्मीरियत’, संविधान और शांति की भावना पर हमला बताया। सदन ने पीड़ितों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है। यह समय में सरकार की सख्त कार्रवाई और संवेदनशीलता दोनों की परीक्षा है।.
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