शिंदे और राज ठाकरे की मुलाकात, लिया जा सकता है बड़ा फैसला!

इस बैठक में आगामी लोकसभा चुनाव में एमएनएस-भाजपा गठबंधन को लेकर चर्चा हुई| राज ठाकरे दिल्ली से मुंबई आये| इसके बाद एमएनएस नेता बाला नंदगांवकर ने मीडिया को जवाब देते हुए बताया कि राज ठाकरे सिर्फ महागठबंधन पर चर्चा करने के लिए दिल्ली में अमित शाह से मिलने गए थे|

शिंदे और राज ठाकरे की मुलाकात, लिया जा सकता है बड़ा फैसला!

Shinde and Raj Thackeray meet, a big decision can be taken!

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे ने कल केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की| सूत्रों से जानकारी मिली है कि इस बैठक में आगामी लोकसभा चुनाव में एमएनएस-भाजपा गठबंधन को लेकर चर्चा हुई| राज ठाकरे दिल्ली से मुंबई आये| इसके बाद एमएनएस नेता बाला नंदगांवकर ने मीडिया को जवाब देते हुए बताया कि राज ठाकरे सिर्फ महागठबंधन पर चर्चा करने के लिए दिल्ली में अमित शाह से मिलने गए थे|

लेकिन अभी भी एमएनएस और भाजपा गठबंधन को लेकर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है| इसके पीछे की अहम वजह अब सूत्रों से सामने आ रही है| दिलचस्प बात यह है कि राज ठाकरे के दिल्ली दौरे के बाद अभी कुछ और अहम कार्यक्रम होने बाकी हैं| इन घटनाक्रमों के बाद मनसे-भाजपा गठबंधन की घोषणा हो सकती है या अंतिम फैसला लिया जा सकता है|

सूत्रों से जानकारी मिल रही है कि मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुलाकात करने वाले हैं| दिल्ली में अमित शाह से मुलाकात के बाद जानकारी सामने आ रही है कि राज ठाकरे एकनाथ शिंदे से मुलाकात करेंगे| अगर वह महागठबंधन में शामिल होते हैं तो क्या रणनीति होगी? सूत्रों से जानकारी मिल रही है कि इस बैठक में इस पर चर्चा होगी|

क्या विधानसभा चुनाव में दिखेगा एमएनएस-बीजेपी गठबंधन?: सूत्रों के मुताबिक, एमएनएस लोकसभा चुनाव के बजाय विधानसभा चुनाव में एक साथ दिख सकती है। अमित शाह से मुलाकात लोकसभा की पृष्ठभूमि में हुई, लेकिन सूत्रों ने जानकारी दी है कि विधानसभा चुनाव पर चर्चा हुई है| क्या एमएनएस अब भी लोकसभा चुनाव में महागठबंधन के लिए प्रचार करेगी? इसको लेकर संशय है| राज ठाकरे ने अभी तक कोई फैसला नहीं लिया है| वह देवेन्द्र फड़णवीस और एकनाथ शिंदे से मुलाकात करेंगे। उस समय चर्चा कर अंतिम निर्णय लिया जायेगा|

यह भी पढ़ें-

पूर्व कांग्रेस सांसद प्रिया दत्त शिंदे की शिवसेना में प्रवेश? मुंबई कांग्रेस को एक और झटका?

Exit mobile version