27 C
Mumbai
Saturday, July 27, 2024
होमन्यूज़ अपडेटमराठा समुदाय लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार उतारेगा? जरांगे ने सुनाया फैसला!

मराठा समुदाय लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार उतारेगा? जरांगे ने सुनाया फैसला!

मराठा समाज की बैठक में एक हजार से ज्यादा लोगों की उम्मीदवारी दाखिल कर ईवीएम प्रक्रिया को कठिन बनाने की रणनीति पर विचार किया जा रहा है, लेकिन अब मनोज जरांगे पाटिल ने एक अलग भूमिका की घोषणा की है।

Google News Follow

Related

लोकसभा चुनाव में आरक्षण पर मराठा समाज आक्रामक रहेगा|इसके लिए गांव-गांव में रणनीति तैयार की जा रही है|मराठा समाज की बैठकें हो रही हैं| मराठा समाज की बैठक में एक हजार से ज्यादा लोगों की उम्मीदवारी दाखिल कर ईवीएम प्रक्रिया को कठिन बनाने की रणनीति पर विचार किया जा रहा है, लेकिन अब मनोज जरांगे पाटिल ने एक अलग भूमिका की घोषणा की है।

अंतरवली सराती में आयोजित सामुदायिक बैठक में मनोज जरांगे पाटिल ने अपनी भूमिका प्रस्तुत की| उन्होंने कहा, अगर हम बड़ी संख्या में फॉर्म भरेंगे तो परेशानी में पड़ सकते हैं| मेरा विश्वास करो, मुझे राजनीति में मत घसीटो। हमारा सवाल लोकसभा का नहीं बल्कि विधानसभा का है| लोकसभा चुनाव में बड़ी संख्या में फॉर्म भरना एक जटिल प्रक्रिया है| इससे केवल एक ही उम्मीदवार मिलता है। इसके अलावा, मनोज जरांगे पाटिल ने कहा यदि आप गांव में बैठक करना चाहते हैं, तो इसे नोट कर लें और 30 मार्च तक निर्णय लें।

17 से 18 विधानसभा क्षेत्रों में मराठाओं का दबदबा: मराठा समुदाय का 17 से 18 विधानसभा क्षेत्रों में दबदबा है। अगर मराठा फैसला लेते हैं तो मुस्लिम और दलित उनके साथ हैं| इसी वजह से हम लोकसभा में एक ही उम्मीदवार देते हैं और निर्दलीय देते हैं. दूसरा विकल्प बिना आवेदन पत्र भरे किसी भी पार्टी के मराठा समुदाय से बांड लिखना है। क्या आप साग्य सोयरा और मराठा आरक्षण के लिए आवाज उठाएंगे?

प्रचार सभाओं में न जाएं: मराठा किसी प्रचार सभाओं में नहीं जाते। उसके लिए आपको यहां से गांव जाना होगा और गांव में जाकर मीटिंग करनी होगी| मराठा राज्य और देश को अपनी ताकत दिखाना चाहते हैं| उम्मीदवार देते समय यह तय करना होगा कि किस जाति का उम्मीदवार देना है। यदि मराठा स्वतंत्रता के लिए लड़ने का निर्णय लेते हैं, तो चार जातियों को एक साथ आना चाहिए। यदि शासकों को अपना कद दिखाना है तो लोकसभा नहीं विधानसभा महत्वपूर्ण है। हमारे विचार बिखरे नहीं चाहिए|

यह भी पढ़ें-

‘सीजेआई हुए जब ट्रोल’, डी.वाय.चंद्रचूड़ ने कहा, लोग विश्वास करते हैं हमारे काम पर!

लेखक से अधिक

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

The reCAPTCHA verification period has expired. Please reload the page.

हमें फॉलो करें

98,488फैंसलाइक करें
526फॉलोवरफॉलो करें
167,000सब्सक्राइबर्ससब्सक्राइब करें

अन्य लेटेस्ट खबरें