भारत के स्टार जैवलिन थ्रोअर और डबल ओलंपिक मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा ने एक बार फिर साबित किया कि वह बड़े मंचों पर आखिरी क्षणों तक लड़ने का जज्बा रखते हैं। ज्यूरिख में हुए डायमंड लीग फाइनल में हालांकि उनके लिए दिन आसान नहीं रहा, फिर भी उन्होंने 85.01 मीटर का सर्वश्रेष्ठ थ्रो कर दूसरा स्थान हासिल किया।
प्रतियोगिता में जर्मनी के जूलियन वेबर का दबदबा रहा। उन्होंने अपने दूसरे प्रयास में 91.51 मीटर का जबरदस्त थ्रो फेंककर पहला स्थान सुरक्षित किया। वेबर ने शुरुआती दोनों प्रयासों में ही 91 मीटर से अधिक के थ्रो कर दर्शकों को रोमांचित कर दिया। वहीं त्रिनिदाद और टोबैगो के 2012 ओलंपिक चैंपियन केशॉर्न वालकॉट ने 84.95 मीटर के साथ तीसरा स्थान पाया।
नीरज का प्रदर्शन शुरुआत से ही उम्मीदों के अनुरूप नहीं रहा। उनका पहला थ्रो 84.35 मीटर और दूसरा 82 मीटर का रहा। इसके बाद लगातार तीन फाउल ने उनकी टॉप-2 फिनिश की चार साल पुरानी रिकॉर्ड श्रृंखला पर संकट खड़ा कर दिया। लेकिन अंतिम क्षण में नीरज ने कमाल दिखाया और 85.01 मीटर का थ्रो फेंककर खुद को दूसरे स्थान पर पहुंचा दिया। इसी के साथ उनका लगातार 26वीं बार टॉप-2 में रहने का सिलसिला जारी रहा।
मैच के बाद नीरज ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा, “आज मेरे लिए दिन कठिन रहा। खेल में कभी-कभी ऐसे दिन आते हैं। रन-अप सही नहीं था और टाइमिंग भी ठीक से नहीं बैठी। फिर भी मैंने आखिरी प्रयास में 85 मीटर से ऊपर फेंक लिया। मेरे पास वर्ल्ड चैंपियनशिप तक अभी तीन हफ्ते हैं और मैं पूरी मेहनत करूंगा। मुझे अच्छा लग रहा है, बस थोड़ी और सही टाइमिंग चाहिए।”
गौरतलब है कि नीरज चोपड़ा ने 2022 में इसी स्थल पर डायमंड लीग फाइनल जीतकर इतिहास रचा था, जब वे खिताब जीतने वाले पहले भारतीय बने थे। इसके बाद 2023 और 2024 में वे दूसरे स्थान पर रहे। इस बार भी कठिन परिस्थिति में लड़ते हुए उन्होंने अपनी निरंतरता साबित की। नीरज अब अपनी नज़रें आगामी वर्ल्ड चैंपियनशिप पर लगाएंगे, जहां उनसे स्वर्ण पदक की उम्मीदें होंगी।
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