2 जून का दिन भारतीय बैडमिंटन इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय के रूप में दर्ज है। इसी दिन साल 2016 में साइना नेहवाल ने अपनी प्रतिभा और जुझारूपन के दम पर दूसरी बार ऑस्ट्रेलिया ओपन सुपर सीरीज का खिताब जीतकर न सिर्फ अपने करियर को नई ऊंचाई दी, बल्कि भारतीय बैडमिंटन प्रेमियों को गर्व करने का एक और मौका दिया।
यह पहली बार नहीं था जब साइना ने यह प्रतिष्ठित खिताब अपने नाम किया। साल 2014 में भी वह इस टाइटल की विजेता रह चुकी थीं। लेकिन 2016 की जीत ने उनके रिकॉर्ड को और मजबूत किया। इस खिताबी मुकाबले में उनका सामना चीन की सुन यू से हुआ, जो उस वक्त वर्ल्ड रैंकिंग में 12वें स्थान पर थीं। हालांकि साइना इससे पहले सुन यू के खिलाफ छह में से पांच मैच जीत चुकी थीं, लेकिन यह मुकाबला आसान नहीं था।
सिडनी में खेले गए फाइनल के पहले गेम में साइना की शुरुआत कमजोर रही और सुन-यू ने 10-5 की बढ़त के बाद पहला गेम 21-11 से अपने नाम किया। हालांकि पहले गेम में पिछड़ने के बाद साइना ने जबरदस्त वापसी की। उन्होंने दूसरा गेम 21-14 से जीता और मैच को निर्णायक तीसरे गेम तक खींचा। तीसरे गेम में दोनों खिलाड़ियों के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली, लेकिन आखिरकार साइना ने 21-19 से जीत दर्ज कर खिताब पर कब्जा जमाया।
लंदन ओलंपिक 2012 में ब्रॉन्ज मेडल जीतने के बाद यह साइना की एक और ऐतिहासिक उपलब्धि थी। इसके बाद उन्होंने 2017 वर्ल्ड चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज और 2018 गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स में दो गोल्ड मेडल जीतकर बैडमिंटन में अपना दबदबा कायम रखा। वह कॉमनवेल्थ सिंगल्स में दो गोल्ड जीतने वाली पहली भारतीय बनीं।
2018 में उन्होंने एशियन चैंपियनशिप और एशियन गेम्स में भी ब्रॉन्ज मेडल जीता, लेकिन इसके बाद किसी बड़े टूर्नामेंट में वह पदक नहीं जीत सकीं। 17 मार्च 1990 को हिसार में जन्मीं साइना ने 2008 में वर्ल्ड जूनियर चैंपियनशिप जीतने के बाद बीजिंग ओलंपिक में हिस्सा लिया, लेकिन उन्हें पहला ओलंपिक मेडल 2012 में मिला।
साल 2023 में उन्होंने सिंगापुर ओपन में हिस्सा लिया था और फिर 2024 में खुलासा किया कि वह अर्थराइटिस के चलते रिटायरमेंट का विचार कर रही हैं। इस खबर ने उनके फैंस को चौंका दिया। अपने शानदार करियर के लिए साइना को अर्जुन अवॉर्ड (2009), पद्म श्री (2010) और पद्म भूषण (2016) जैसे प्रतिष्ठित सम्मान मिल चुके हैं। वह आज भी लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं।
यह भी पढ़ें:
इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास : एमआई न्यूयॉर्क के कप्तान बने पूरन!
बॉलीवुड: ‘लाल परी’ टाइटल से खुश सौंदर्या शर्मा, बोलीं- ‘मुन्नी बदनाम’ से तुलना गर्व की बात!
सिर्फ तुम’ के 26 साल पूरे, अनीस बज्मी बोले- कुछ कहानियां अमर होती हैं!
डेलिगेशन ने पाकिस्तान को बेनकाब किया, शाइना का राउत पर वार!
