मणिपुर में कूकी और मैतेई इन दो समुदायों के बीच हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। हिंसा में अब तक 70 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। हिंसा प्रभावित इलाकों में भारी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती कर दी गई है। हिंसा में अब तक 70 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। इसमें पांच पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। जबकि सुरक्षा बलों ने अब तक 40 से अधिक आतंकवादियों को मार गिराया है। इन्हीं विवादों के बीच आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह खुद मणिपुर पहुंचेंगे।
दरअसल, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 29 मई से 1 जून तक मणिपुर के दौरे पर रहेंगे। गृह मंत्री शाह आज शाम मणिपुर की राजधानी इंफाल पहुंचेंगे। इस दौरान गृह मंत्री राज्य की स्थिति का आकलन करने और सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए आगे के कदमों की योजना बनाने के लिए कई दौर की सुरक्षा बैठकें करेंगे।
केंद्रीय गृह मंत्री के दौरे के बारे में जानकारी देते हए केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने इंफाल में प्रेस कांफ्रेंस में कहा था कि अमित शाह 29 मई को मणिपुर का दौरा करने वाले हैं ताकि मौजूदा जातीय संकट को हल किया जा सके। राय ने कहा कि हम अलग-अलग जगहों पर लोगों से बात करेंगे और उनके विचार सुनेंगे। लोगों को सरकार में विश्वास रखना चाहिए और सभी प्रकार की हिंसा से दूर रहना चाहिए।
राज्य में हिंसक घटनाओं के बीच मणिपुर सरकार ने शनिवार को अफवाहों और वीडियो, फोटो और संदेशों के प्रसार को रोकने के लिए इंटरनेट सेवाओं के निलंबन को 31 मई तक बढ़ा दिया है। मणिपुर में 3 मई से कूकी और मैतेई समुदाय के लोगों के बीच आरक्षण को लेकर जातीय हिंसा चल रही है।
दरअसल मणिपुर में मैतई समुदाय को अनुसूचित जनजाति (ST) का दर्जा देने की मांग के विरोध में 3 मई को पहाड़ी जिलों में आदिवासी एकजुटता मार्च निकाला गया गया था। इसके बाद ही मणिपुर में हिंसा भड़क उठी। मणिपुर में मैतेई समुदाय बहुसंख्यक है। दूसरी ओर हाई कोर्ट ने भी मणिपुर सरकार को उनकी मांगों पर विचार करने निर्देश देते हुए चार महीने के भीतर केंद्र को प्रपोजल भेजने का आदेश दिया है।
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