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Friday, June 20, 2025
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रोज़ाना ₹25 लाख से ज़्यादा लूटने वाले फर्जी कॉल सेंटर का भांडाफोट !

इस मामले में अब तक 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है—

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पुणे पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक बड़े साइबर ठगी रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए अमेरिकी नागरिकों से हर दिन ₹25 लाख से अधिक की ठगी करने वाले एक फर्जी कॉल सेंटर को ध्वस्त कर दिया है। यह कॉल सेंटर ‘मैग्नेटेल बीपीएस एंड कंसल्टेंट्स एलएलपी’ नाम से पुणे के खराड़ी इलाके की एक बहुमंजिला कमर्शियल इमारत से पिछले साल अगस्त से संचालित हो रहा था।

क्राइम ब्रांच ने गुप्त सूचना के आधार पर शुक्रवार और शनिवार(24 मई) की दरमियानी रात छापा मारा, जब यह कॉल सेंटर अमेरिकी समयानुसार पूरी तरह सक्रिय था। छापेमारी के दौरान 64 लैपटॉप, 41 मोबाइल फोन और अमेरिकी नागरिकों के हजारों संपर्क नंबर सहित कई संदिग्ध डिजिटल उपकरण जब्त किए गए।

पुलिस जांच में सामने आया है कि यह कॉल सेंटर अमेरिकी नागरिकों को कॉल कर उन्हें बताया करता था कि उनके बैंक खातों का उपयोग ड्रग तस्करी या अन्य आपराधिक गतिविधियों में हो रहा है। फिर उन्हें गिरफ्तारी, पासपोर्ट रद्द होने और खातों के फ्रीज होने की धमकी देकर ‘डिजिटल अरेस्ट’ के नाम पर गिफ्ट कार्ड खरीदवाए जाते थे, जिनका इस्तेमाल आरोपी अपने निजी लाभ के लिए करते थे।

संयुक्त पुलिस आयुक्त रंजन कुमार शर्मा ने बताया कि यह गिरोह प्रत्येक दिन $30,000 से $40,000 (₹25 लाख से अधिक) की ठगी कर रहा था और अधिकतर निशाना वरिष्ठ और सेवानिवृत्त अमेरिकी नागरिक थे। कॉल एजेंट खुद को अमेरिकी सरकारी अधिकारी बताकर कॉल करते थे।

कॉल सेंटर में 120 से अधिक एजेंट, जिनमें एक दर्जन महिलाएं भी शामिल थीं, रात्रिकालीन शिफ्ट में काम करते थे। एजेंट्स को पूर्व-लिखित स्क्रिप्ट दी जाती थी और कॉलर मास्किंग सॉफ्टवेयर की मदद से वे अमेरिकी सरकारी विभागों के अधिकारी बनकर बात करते थे।

इस मामले में अब तक 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है

  1. सरजीतसिंह गिरावत सिंह शेखावत (राजस्थान)
  2. अभिषेक अजयकुमार पांडे (गुजरात)
  3. श्रीमय परेश शाह (गुजरात)
  4. लक्ष्मण अमरसिंह शेखावत (गुजरात)
  5. आरोन अरुमन क्रिश्चियन (गुजरात)

तीन अन्य आरोपी फरार हैं, जिनकी तलाश में पुलिस टीमों का गठन किया गया है।

पुलिस ने यह भी बताया कि कॉल एजेंट्स को ₹25,000 प्रतिमाह वेतन दिया जाता था और उनकी पृष्ठभूमि की जांच की जा रही है। उनके खिलाफ भी मामले दर्ज किए जा सकते हैं।

यह कार्रवाई ऐसे समय हुई है जब देशभर में अंतरराष्ट्रीय साइबर ठगी के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। पुणे पुलिस की यह बड़ी कार्रवाई साइबर अपराध के खिलाफ कठोर कदम मानी जा रही है और इससे देशभर के ऐसे फर्जी कॉल सेंटरों पर लगाम कसने की उम्मीद जताई जा रही है।

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