गाजा पट्टी में चल रहे इज़रायल-हमास संघर्ष के बीच इज़रायल सरकार ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए लगभग तीन महीने बाद पहली बार सीमित मानवीय सहायता पहुंचाने की अनुमति दी है। यह फैसला ऐसे समय में लिया गया है जब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गाजा में भुखमरी और मानवीय संकट को लेकर चेतावनियाँ दी जा रही थीं।
इज़रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने रविवार को घोषणा की कि उनके कैबिनेट ने गाजा में दो मिलियन से अधिक लोगों के लिए सीमित मात्रा में खाद्य आपूर्ति की अनुमति दे दी है। नेतन्याहू ने कहा कि अगर गाजा में भुखमरी का संकट गहराया, तो इससे इज़रायल के सैन्य अभियानों पर असर पड़ सकता है।
“हम यह सुनिश्चित करेंगे कि मानवीय सहायता आतंकियों तक न पहुंचे,” नेतन्याहू ने कहा। “हम एक नई सहायता प्रणाली लागू कर रहे हैं जिससे केवल आम नागरिकों को ही राहत मिले।” फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि ये सहायता कब और किस रास्ते से गाजा में पहुंचेगी। मानवीय सहायता की देखरेख करने वाले इज़रायली सैन्य निकाय ने अब तक इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
उल्लेखनीय है कि इज़रायल ने 2 मार्च 2025 को गाजा पर संपूर्ण नाकेबंदी लागू करते हुए खाद्य, दवा और अन्य सभी आपूर्ति को रोक दिया था। इसके बाद से गाजा में हालात बेहद खराब हो गए थे। अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों और विशेषज्ञों ने चेतावनी दी थी कि यदि जल्द राहत नहीं मिली, तो गाजा अकाल जैसी स्थिति का सामना करेगा।
इसी बीच, इज़रायली सेना ने गाजा पट्टी में एक नया जमीनी सैन्य अभियान शुरू करने का ऐलान किया है। सेना का कहना है कि पिछले सप्ताह में उसने हमास के दर्जनों लड़ाकों को मार गिराया और 670 से अधिक ठिकानों को निशाना बनाया है। इज़रायल के इस कदम को हमास पर दबाव बनाने की रणनीति के रूप में देखा जा रहा है ताकि वह इज़रायल की शर्तों पर युद्धविराम समझौते को स्वीकार करे।
गाजा में स्वास्थ्य कर्मियों के अनुसार, इज़रायली हमलों में सैकड़ों आम नागरिकों की मौत हुई है। हालात बेहद गंभीर बने हुए हैं और सीमित सहायता के एलान के बावजूद राहत कार्यों में बाधाएं बनी हुई हैं।
इज़रायल का यह निर्णय भले ही मानवीय संकट को थोड़ा कम कर सकता है, लेकिन सैन्य अभियान और मानवीय राहत का यह संतुलन अस्थायी नजर आ रहा है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय की निगाहें अब इस बात पर टिकी हैं कि यह सहायता कब और कितनी मात्रा में गाजा के नागरिकों तक पहुंचाई जाती है, और क्या यह किसी व्यापक युद्धविराम की शुरुआत बन सकती है।
