ईरान के तीन प्रमुख परमाणु ठिकाने फोर्डो, नतांज और एस्फाहान पर अमेरिका द्वारा किए गए सटीक हवाई हमलों के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि “ईरान की परमाणु संवर्धन सुविधाएं पूरी तरह से नष्ट कर दी गई हैं।” ट्रंप ने यह भी खुलासा किया कि इस मिशन में अमेरिका ने 6 बंकर-बस्टर बम और 30 टॉमहॉक मिसाइलों का इस्तेमाल किया। यह पहला मौका था जब अमेरिका ने Massive Ordnance Penetrator जैसे बंकर-बस्टर बम का वास्तविक उपयोग किया।
बंकर-बस्टर बम:
एक 13,600 किलोग्राम वजनी GBU-57A/B Massive Ordnance Penetrator (MOP),जिसे बंकर-बस्टर कहा जाता है, अत्याधुनिक स्मार्ट बम है जिसे विशेष रूप से दुश्मन के गहराई में बने ठिकानों और बंकरों को नष्ट करने के लिए डिजाइन किया गया है। यह बम 200 फीट (61 मीटर) तक ज़मीन के अंदर घुसने के बाद विलंबित फ्यूज़ के ज़रिए विस्फोट करता है, जिससे गहरी सुरंगों में भी पूरी तरह तबाही मचाई जा सकती है।
इस बम को केवल B-2 स्पिरिट स्टील्थ बॉम्बर से ही गिराया जा सकता है, क्योंकि यह वजन में इतना भारी है कि किसी अन्य विमान से लॉन्च नहीं किया जा सकता। फिलहाल अमेरिकी वायुसेना के पास सिर्फ 19 सक्रिय B-2 बमवर्षक विमान हैं, जिससे इसकी लॉजिस्टिक क्षमता सीमित रहती है।
टॉमहॉक मिसाइलें:
ट्रंप ने बताया कि फोर्डो पर बंकर-बस्टर गिराने के साथ-साथ अमेरिका ने नतांज और एस्फाहान साइट्स पर 30 टॉमहॉक मिसाइलें दागीं। टॉमहॉक एक सबसोनिक क्रूज़ मिसाइल है जिसे अमेरिकी नौसेना के जहाजों और पनडुब्बियों से लॉन्च किया जाता है। इसकी सबसे बड़ी ताकत इसकी लंबी दूरी, सटीकता और रडार से बचने की क्षमता है।
टॉमहॉक मिसाइल की रेंज 1,500 से 2,500 किलोमीटर तक होती है, और यह GPS, इनर्शियल नेविगेशन और टेरेन कंटूर मैचिंग जैसी तकनीकों से लैस है, जो इसे 10 मीटर तक की सटीकता के साथ लक्ष्य पर वार करने में सक्षम बनाती है। एक टॉमहॉक मिसाइल की कीमत लगभग $2 मिलियन (लगभग 16-17 करोड़ रुपये) है, और यह 1,000 पाउंड का पारंपरिक विस्फोटक या क्लस्टर म्यूनिशन लेकर उड़ सकती है।
ट्रंप ने हमले को स्पेक्टाकुलर मिलिटरी सक्सेस बताते हुए चेतावनी दी कि यदि ईरान अब भी शांति के रास्ते पर नहीं आया, तो अमेरिका और भी सटीक और विध्वंसक हमलों के लिए तैयार है। उन्होंने कहा, “ईरान अब या तो शांति चुने या त्रासदी, लेकिन हम रुकेंगे नहीं। अभी कई लक्ष्य बाकी हैं।”
वहीं, ईरान ने अमेरिका के इस कदम को संयुक्त राष्ट्र चार्टर और अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन बताते हुए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपात बैठक की मांग की है। ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने चेतावनी दी कि “इस हमले के नतीजे लंबे समय तक दुनिया को झेलने होंगे।”
अमेरिका का यह कार्रवाई एक ओर जहां ईरान की परमाणु महत्वाकांक्षाओं को चुनौती देती है, वहीं बंकर-बस्टर और टॉमहॉक जैसे हथियारों के रियल टाइम युद्ध में प्रभाव को भी दर्शाती है। ये घटनाएं इस ओर इशारा करती हैं कि मध्य पूर्व में टकराव अब बेहद खतरनाक मोड़ पर पहुंच चुका है और शायद वैश्विक शांति के लिए एक नया संकट जन्म ले चुका है।
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