उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में कोतवाली पुलिस और स्वाट टीम की संयुक्त कार्रवाई में अवैध हथियारों के निर्माण का बड़ा अड्डा बेनकाब हुआ है। चमरावल रोड स्थित एक बंद ईंट भट्टे में चल रही अवैध फैक्ट्री से पुलिस ने 39 तमंचे, एक पिस्टल, दर्जनों कारतूस और हथियार बनाने के उपकरण बरामद किए हैं। इस दौरान पुलिस ने मौके से पांच अभियुक्तों — सोहेल, सिद्धार्थ, अंकुर, अनुज और सुशील — को गिरफ्तार कर लिया, जो दिल्ली-एनसीआर और पश्चिमी यूपी में तमंचों की सप्लाई में सक्रिय थे।
पुलिस को इस फैक्ट्री की जानकारी मुखबिर के जरिए मिली थी, जिसके आधार पर बागपत कोतवाली और स्वाट टीम ने दबिश दी। छानबीन में पता चला कि यह गिरोह पंचायत चुनावों के दौरान विशेष रूप से सक्रिय हो जाता है और स्थानीय मांग के अनुसार अवैध हथियारों की तस्करी करता है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि ये आरोपी सस्ते दामों में तमंचे और ऊंचे दामों में पिस्टल बेचते थे।
एसपी बागपत सूरज कुमार राय ने मामले का खुलासा करते हुए बताया, “स्वाट टीम और कोतवाली पुलिस ने एक अवैध तमंचा फैक्ट्री का भंडाफोड़ कर बड़ी कामयाबी हासिल की है। मौके से 39 तमंचे, एक पिस्टल, अवैध कारतूस और असलहा बनाने के उपकरण बरामद किए गए हैं।” उन्होंने यह भी जानकारी दी कि पकड़े गए पांचों अभियुक्तों में से दो के खिलाफ पहले से मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस टीम को इस सफलता पर ₹10,000 का इनाम भी दिया गया है।
पुलिस अब इस गैंग से जुड़े अन्य लोगों की तलाश में जुट गई है, साथ ही उन ग्राहकों की भी पहचान की जा रही है जिन्होंने इससे पहले इस फैक्ट्री से हथियार खरीदे थे। एसपी ने साफ किया कि “जनपद में अवैध असलहों के खिलाफ अभियान निरंतर जारी रहेगा।”
यह कारवाई न सिर्फ बागपत में अपराध पर अंकुश लगाने की दिशा में एक अहम कदम है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि पंचायत चुनावों से पहले कानून-व्यवस्था को लेकर पुलिस कितनी सतर्क है।
यह भी पढ़ें:
पहलगाम पर कनाडा और UK के खोखले बयान; मुस्लिम तुष्टिकरण के बंधक कीर स्टार्मर और मार्क कार्नी?
गुजरात पुलिस की बड़ी कार्रवाई: अहमदाबाद-सूरत में 500 से अधिक घुसपैठिए हिरासत में!.
USCIRF: पाकिस्तान में धार्मिक अल्पसंख्यकों की दुर्दशा पर अमेरिकी आयोग की सख्त चेतावनी