कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने हरियाणा विधानसभा चुनावों के दौरान कथित वोटर लिस्ट धांधली का मुद्दा एक बार फिर जोरदार तरीके से उठाते हुए दावा किया है कि राज्य की मतदाता सूची में 25 लाख से अधिक फर्जी वोटर शामिल किए गए और इन्हीं फर्जी वोटों की वजह से कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा। राहुल गांधी ने कहा कि हरियाणा की वोटिंग लिस्ट में एक ब्राजीलियन मॉडल की तस्वीर का इस्तेमाल करते हुए उसे अलग-अलग नामों और पते पर दर्ज किया गया और वह महिला दस्तावेज़ के अनुसार 22 बार वोट डाल चुकी दिख रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह तस्वीर ब्राजील की मॉडल मैथ्यूज फेरारो की है और उसका चेहरा हरियाणा के कई इलाकों की वोटर लिस्ट में अलग-अलग नामों के साथ दोहराया गया।
राहुल गांधी ने कहा कि हरियाणा में कुल 2 करोड़ वोटर हैं, लेकिन इनमें से 12.5 प्रतिशत यानी लगभग 25 लाख वोट फर्जी पाए गए। उन्होंने दावा किया कि एक ही महिला की फोटो 100 से ज्यादा स्थानों पर दर्ज की गई और कई जगह एक ही बूथ पर वह 223 बार दिखाई देती है। राहुल गांधी के अनुसार इस बड़े पैमाने की कथित धांधली के चलते कांग्रेस को पोस्टल बैलट में बढ़त के बावजूद अंतिम परिणाम में हार दिखी।
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि पोस्टल बैलट के रुझान कांग्रेस के पक्ष में थे और एग्जिट पोल में भी कांग्रेस की जीत दिखाई गई थी, लेकिन अंतिम परिणामों में कांग्रेस 22,779 वोटों से पीछे रह गई जबकि कुल वोटों का अंतर एक लाख से अधिक था। उनके अनुसार यह अंतर ‘प्रबंधित वोटिंग’ का संकेत देता है।
राहुल गांधी ने यह भी आरोप लगाया कि बीजेपी से जुड़े कई लोग उत्तर प्रदेश और हरियाणा दोनों जगह मतदान करते हैं और पहचान बदलकर या अलग-अलग नामों से वोट डालते हैं। उन्होंने एक स्थानीय सरपंच और उसके बेटे का उदाहरण देते हुए दावा किया कि दोनों ने दो राज्यों में मतदान किया और हरियाणा में पहचान बदलकर वोट डाला।
राहुल ने यह भी कहा कि जिन महिलाओं के नामों पर वोट डलवाए गए, जैसे ममता, दुर्गा, संगीता और मंजू, उनके बारे में स्थानीय लोग तक नहीं जानते कि वे कौन हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कई मतदान केंद्रों की सीसीटीवी फुटेज को जानबूझकर डिलीट किया गया ताकि यह सामने न आए कि एक व्यक्ति कई बार वोट डाल रहा है।
उधर चुनाव आयोग के सूत्रों ने राहुल गांधी के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि कांग्रेस ने चुनाव से पहले या मतदान के दौरान हरियाणा की वोटर लिस्ट को लेकर कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं कराई थी और आयोग के रिकॉर्ड में मतदाता सूची संबंधी कोई आपत्ति प्राप्त नहीं हुई है। आयोग के अनुसार यदि कांग्रेस के पास सबूत हैं तो उन्हें औपचारिक रूप से प्रस्तुत किया जाना चाहिए ताकि जांच की जा सके।
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